क्या रामचंद्र रघुकुल वाले रामचंद्र भगवान थे/ हैं ?
सच है इसलिए कडवा है....
शुद्रो से नफ़रत करने वाले
, अकारण उनका वध करने वाले, नरसन्हारी, कान के कच्चे , स्वार्थी, मतलब एवं राज के लिये अपने बीवी बच्चों का त्याग करने वाले , राजा
श्री रामचन्द्र जी ने अपनी पत्नी को रावण की कैद से छुडाने के लिए करोडो लोगो की आहूति दे दी।
करोडो बहने विधवा करदी। करोडो बच्चे अनाथ कर दिये।
14 साल बाद जब सीता सहित बनवास(उस समय की जैल) से लोटे तो लोगो ने दीवाली मनाई।
उसके थोडे दिन बाद श्री रामचन्द्र जी ने एक धोबी का व्यंग्य सुनकर सीता को कलंकित कहके घर से निकाल दिया .............
पिता के राजा होते हुए जंगलो में बच्चे भटके।
विधवा से भी बत्तर जिन्दगी होती है उस महिला की...........जो पतिव्रता होते हुए भी कलंकित कहलाए।
अग्नि परीक्षा लेकर भी अपनी शंका को खत्म नहीं कर पाए एेसे भगवान रामचन्दर जिन्हे परिवारिक सुख तक नहीं मिला।
अंत में अपने जीवन से दुखी होकर सरयु नदी में कूद कर आत्महत्या कर ली।
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इनको तो लोग भगवान माने बेठे है।
और जो वास्तव मे भगवान है, उसका अपमान करते हैं।
वो भगवान जिसका जीकर चार वेद, कुराण-पुराण, गीता, बाइबल, गुरूग्रंथ साहिब , कबीर सागर , सत ग्रंथ साहिब, सब पवित्र ग्रंथों मे है, जो सब सत ग्रंथों से परमात्मा सिद्ध हो चुके हैं वो कबीर परमेश्वर ही सच्चे भगवान हैं !!!!!!
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जो जानबूझ साची तजै, करे झूठ से नेह।
ताकी संगति हे प्रभू, सपने में भी ना दे।।
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