गुरुवार, 21 अप्रैल 2016

क्यों नहीं बोलना चाहिए HAPPY NEW YEAR


क्यों हैप्पी न्यू ईयर नही बोलना चाहिए? आइये अब आध्यात्मिक तरीके से इसे समझते हैं हैप्पी न्यू ईयर,गुड मॉर्निंग,गुड नाईट या किसी को आशिर्वाद न देने में हमारा फायदा:- सतयुग द्वापर त्रेता में हमारे पूर्वज नेक नियति से रहते थे और ज्यादातर परमात्मा से डरने वाले होते थे । इसलिए जो भी भगती वृद्धि उन्हें उनके गुरुओं द्वारा बताई जाती वो उस विधि अनुसार तन मन से समय मिलते ही उसमे लगे रहते थे। क्षमा दया दान विवेक सत्यवादिता ये उस समय के लोगों के आम गुण थे।ॐ नाम तक की निस्वार्थ भगति करने के कारण उनमे जुबान सिद्धि आ जाती थी।श्राप और आशिर्वाद ये उन्ही युगों से चली परम्परा है। वो अगर किसी बीमार के सर पे हाथ रख के ये भी कह देते थे के कोई नही ठीक हो जायेगा तो वो बीमार आदमी राहत महसूस करता था। और हम आज लगभग सभी गुणों से हिन् हो चुके हैं। भगती की बात करते ही आजकल लोग चिडते हैं और परम्परा ढ़ोह रहे हैं हम उन युगों की। वास्तव में आज भी बेसक हमारे पास इस जन्म की भगती कमाई नही है लेकिन कई बार हम पिछले जन्मों की कमाई लेकर पैदा होते हैं और उसे हम किसी को गुड मॉर्निंग कह के ,आशिर्वाद दे के और किसी को हैप्पी न्यू इयर कह के उसको भी बाँट देते हैं।ठीक वैसे ही जैसे किसी पानी के भरे गड़े में निचे छेद कर दिया जाये और पानी डाला ना जाये तो वो कितने दिन चलेगा।वो पिछली पूण्य कमाई खर्च होते ही हमारे बुरे दिन शूरू हो जायेंगे। वरना विचार करें के क्या हमारे हैप्पी न्यू इयर कहने से अगले का पूरा साल खुशी से गुजर जायेगा?। नही, क्योंकि ये पावर तो सिर्फ और सिर्फ पूर्ण परमात्मा या उनके भेजे किसी संत के पास ही हो सकती है क्योंकि उनकी पावर खत्म नही होती।हमे अपनी भलाई और वापिस सतलोक गमन जहां से हम सभी आये हैं वहां जाने के लिए ये पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही परम्पराएँ छोड़नी होंगी ,सत्य साधना की खोज करनी होगी। और वो सत्य साधना आजकल बड़ी ही आसानी से उपलब्ध है जो संत रामपाल जी महाराज दवारा 7:40pm से 8:40pm तक साधना टीवी पे दी जाती है। सत साहेब

2 टिप्‍पणियां:

  1. अपनी टिप्पणी लिखें...क्या रामपाल जी जेल से ही चैनल पर प्रवचन कर रहे हैं?? और किस-२ चैनल पर कब कब आते हैं

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  2. साधना चैनल पर 7:45 पर प्रतिदिन आते हैं अधिक जानकारी के लिए आश्रम के नंबर पर संपर्क करें ये हैं 8222880541

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